top 10 buffalo breeds in india: भैंसों की संख्या और दूध उत्पादन के मामले में भारत विश्व में पहले स्थान पर है। डेयरी व्यवसाय (dairy farming) को चार चांद लगाने में भैंस पालन का महत्वपूर्ण भूमिका है।
हमारे देश में कुल दूध उत्पादन का 49 प्रतिशत दूध सिर्फ भैंसों से मिलता है। यही कारण है कि डेयरी व्यवसाय से जुड़े लोग दूसरे दुधारु पशुओं के मुकाबले भैंस पालन (buffalo farming) पंसद करते हैं।
हमारे देश में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, गुजरात और आंध्र प्रदेश भैंस पालन (buffalo farming) में अग्रणी राज्य है।
विशेषज्ञों की मानें तो भैंस पालन (buffalo farming) व्यवसाय को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है कि भैंस की अच्छी नस्लों का चुनाव किया जाए। इसके अलावा उनके पोषण, आहार, रखरखाव और स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी बहुत आवश्यक है। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर डेयरी व्यवसाय (Dairy Business) में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
तो आइए, द रुरल इंडिया के इस ब्लॉग में हम आपको भारत में ज्यादा दूध देने वाली भैंस की 10 देसी नस्लें (Top 10 buffalo breeds in India) के बारे में बता रहे हैं, जो दूध उत्पादन व्यवसाय (dairy farming) में चार चांद लगा देंगी।
भारत में ज्यादा दूध देने वाली भैंस की 10 देसी नस्लें (Top 10 buffalo breeds in India)
- मुर्रा भैंस (Murrah buffalo)
- सुरती भैंस (surti buffalo)
- जाफराबादी भैंस (Jafarabadi buffalo)
- मेहसाना भैंस (Mehsana buffalo)
- भदावरी भैंस (bhadawari buffalo)
- गोदावरी भैंस (Godavari Buffalo)
- नागपुरी भैंस (Nagpuri buffalo)
- संभलपुरी भैंस (Sambalpuri buffalo)
- नीली-रावी भैंस (Nili Ravi Buffalo)
- टोडा भैंस (Toda Buffalo)
1. मुर्रा भैंस (Murrah buffalo)
मुर्रा नस्ल की भैंस को दुनिया की सबसे दुधारु नस्ल मानी जाती है। भैंस की इस नस्ल का मूल स्थान भारत है। यह उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में भी दूध उत्पादकों की पहली पसंद है। सालभर में मुर्रा भैंस (murrah buffalo) 1000 से 3000 लीटर तक दूध देती है। अच्छे दूध उत्पादन के लिए मुर्रा की खुराक का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
2. सुरती भैंस (surti buffalo)
सुरती भैंस (surti buffalo) का मूल स्थान गुजरात राज्य है। सुरती नस्ल की भैंस भारत के छोटे-सीमांत किसानों के बीच बेहद मशहूर है। सुरती भैंस (surti buffalo) शरीर की बनावट थोड़ी छोटी होती है, लेकिन सालभर में इससे लगभग 1600-1800 लीटर दूध उत्पादन हो सकता है। जिससे छोटे किसानों को अतिरिक्त आमदनी मिल जाती है।
3. जाफराबादी भैंस (Jafarabadi buffalo)
जाफराबादी भैंस (Jafarabadi buffalo) डेयरी व्यवसाय से जुड़े किसानों की पहली पंसद है। इसकी शारिरिक बनावट काफी मजबूत होता है। इसके दूध में भी फैट की लगभग 8 प्रतिशत मात्रा पाई जाती है। इस भैंस से किसानों को अधिक मात्रा में घी मिलता है जिससे किसानों को घी से अच्छी कमाई हो जाती है।
गुजरात के गिर जंगल से ताल्लुकात के कारण इसे नस्ल को गिर भैंस (Gir Buffalo) भी कहते हैं। जाफराबादी भैंस (Jafarabadi buffalo) सालभर में 1800-2900 लीटर दूध का उत्पादन करती है।
4. मेहसाना भैंस (Mehsana buffalo)
मेहसाना भैंस (Mehsana buffalo) सबसे अधिक गुजरात के मेहसाना जिले में पाई जाती है। मेहसाना नस्ल की उत्पति मुर्रा और सुरती की क्रॉस ब्रीडिंग से हुई है। इसका मूल स्थान मेहसाणा जिले होने के कारण इसे मेहसाणा भैंस (Mehsana buffalo) कहते हैं। यह नस्ल भी अच्छे दूध उत्पादन के लिए मशहूर है।
भैंस की ये नस्ल बेहद शांत स्वभावी होती है। मेहसाना भैंस के दूध में वसा की लगभग 7% मात्रा पाई जाती है। दूध उत्पादन के मामले में मेहसाना नस्ल सालभर में 1800 से 2000 लीटर दूध देती है।
5. भदावरी भैंस (bhadawari buffalo)
भदावरी नस्ल की भैंस को दुनिया की सबसे अनोखी नस्ल मानी जाती है। क्योंकि इसके दूध में दूसरी नस्लें के मुकाबले सबसे अधिक मात्रा में वसा पाया जाता है।
भदावरी भैंस (bhadawari buffalo) मुख्य रूप से चंबल, बेतवा और यमुना नदी के निकटवर्ती इलाकों में पाली जाती है। इसे उत्तर प्रदेश की भदावरी तहसील की उपज माना जाता है। भादवरी भैंस सालभर में 1600 से 1800 लीटर दूध का उत्पादन करती है। इसके दूध से बेहद अच्छी गुणवत्ता का घी प्राप्त होता है।
6. गोदावरी भैंस (Godavari Buffalo)
आंध्र प्रदेश के गोदावरी जिले से ताल्लुकात के कारण इस नस्ल का नाम गोदावरी (Godavari Buffalo) पड़ा। यह नस्ल भी अच्छी गुणवत्ता के दूध उत्पादन और वसा की अच्छी मात्रा के लिए मशहूर है। गोदावरी नस्ल (Godavari Buffalo) में अन्य भैंसों की तुलना में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है। सुगठित बनावट वाली ये भैंस सालभर में करीब 2000 से 2050 लीटर तक दूध देती है।
7. नागपुरी भैंस (Nagpuri buffalo)
जैसा कि नाम से ही साफ है, भैंस की ये नस्ल महाराष्ट्र के नागपुर और निकटवर्ती इलाकों में पाई जाती है। नागपुरी भैंस (Nagpuri buffalo) की खासियत है कि ये किसी भी प्रकार के मौसम या वातावरण में आसानी से फिट हो जाती है।
नागपुरी नस्ल की भैंसें दुधारु होती है, साथ ही इस नस्ल के भैंसा काफी मजबूत और कृषि कार्यों में मददगार होते हैं। नागपुरी भैंस (Nagpuri buffalo) सालभर में 760 से 1500 लीटर दूध का उत्पादन करती है।
8. संभलपुरी भैंस (Sambalpuri buffalo)
ओडिशा के संभलपुर और निकटवर्ती इलाकों में मिलने के कारण इसे संभलपुरी भैंस (Sambhalpuri buffalo) कहा जाता है। बड़ा माथा और घुमावदार सिंह रखने वाली ये भैंस दूध उत्पादन के मामले में काफी बेहतर है। सांबलपुरी नस्ल की भैंस सालभर में 2300 से 2700 लीटर दूध का उत्पादन करती है। इतना ही नहीं, संभलपुरी भैंस (Sambalpuri buffalo) के भैंसा भी काफी मजबूत और मेहनती होते हैं।
9. नीली-रावी भैंस (Nili Ravi Buffalo)
नीली-रावी भैंस (Nili Ravi Buffalo) को पंजाब की सबसे लोकप्रिय नस्ल माना जाता है। भैंस की इस नस्ल को फिरोज़पुर और निकटवर्ती इलाकों में पाला जा रहा है। हालांकि नीली और रावी दो अगल-अलग नस्लें थी, लेकिन क्रॉस ब्रीडिंग के चलते इनके गुण मिल गये।
भैंस की इस नस्ल को पंच कल्याणी भी कहते हैं। अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता वाली नीली-रावी भैंस (Nili Ravi Buffalo) सालभर में 2500 से 5000 लीटर तक दूध देती हैं।
10. टोडा भैंस (Toda Buffalo)
टोड़ा नस्ल मुख्यरूप से दक्षिण भारत के टोड़ा आदिवासियों से संबंधित है। इसका मूलस्थान तमिलनाडु की नीलगिरी पहाडियां है। मजबूत कद वाली टोडा भैंस (Toda Buffalo) सालभर में लगभग 5000 लीटर तक दूध देती है। टोड़ा नस्ल की भैंस को पालने में खास सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
संक्षेप में कहें तो डेयरी व्यवसाय (dairy business) के लिए भैंस पालन (buffalo farming) में अच्छा स्कोप हैं। गाय की तुलना में भैंस के दूध में ज्यादा फैट (fat) और एसएनएफ (SNF) होता है। भैंस के दूध के दाम में भी बाजार में गाय के दूध से अधिक मिलता है।
यदि आप डेयरी खोलना चाहते हैं तो अपने जलवायु क्षेत्र के अनुसार ही भैंसों का चुनाव करें, जिससे आपको डेयरी व्यवसाय (dairy farming) में अच्छी सफलता मिलेगी।
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ये तो थी, भैंसों की टॉप 10 नस्ल (top 10 Buffalo breeds In India) की बात। लेकिन, The Rural India पर आपको कृषि एवं मशीनीकरण, सरकारी योजना और ग्रामीण विकास जैसे मुद्दों पर भी कई महत्वपूर्ण ब्लॉग्स मिलेंगे, जिनको पढ़कर अपना ज्ञान बढ़ा सकते हैं।