शलजम एक ऐसी सब्जी है, जो जड़ों से प्राप्त होती है। इसकी जड़ों में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होती है। इसके पत्ते विटामिन ए, सी, के, फोलिएट और कैल्शियम का उच्च स्रोत होते हैं।
इसका सेवन कई प्रकार की बीमारियों के लिए लाभप्रद माना जाता है। किसान इसकी खेती कर कम समय और कम लागत में बंपर कमाई कर सकते हैं।
शलगम की खेती के लिए ठंडी जलवायु की आवश्यकता होती है। खेती के लिए 20 से 25 डिग्री सेल्सियस तापमान उपयुक्त होता है।
शलगम खेती खासतौर पर पंजाब, बिहार, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और तमिलनाडु में की जाती है।
मिट्टी
खेती के लिए दोमट वाली और रेतीली मिट्टी सबसे अच्छी होती है।मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 7 के मध्य होना चाहिए।
उपज एवं पैदावार
यह बुवाई के 55 से 70 दिनों में तैयार हो जाती है।
इसकी पैदावार 200 से 250 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है।