मटका विधि से सिंचाई करने के लिए मिट्टी के मटके को पेड़ पौधों की जड़ों के पास जमीन में दबा दिया जाता है। उसके बाद मटके में पानी भर दिया जाता है।
फिर मटके के तले में एक छूटा सा छेद कर दिया जाता है, ताकि पानी बूंद-बूंद करके पौधों की जड़ों को मिलता रहे और पौधे हरे भरे रहें।
पौधे को जितनी मात्रा में पानी चाहिए उतना ही पानी मिलता है।
पेड़ पौधे तेजी से वृद्धि करते हैं।
समय और पानी की बचत होती है।
कम लागत में फसलों की सिंचाई की जा सकती है।
आपको बता दें, जिस क्षेत्र में पानी की कमी है और जहां सिंचाई के साधन नहीं हैं, वहां सिंचाई की यह तकनीक बहुत ही कारगर है।
मटका विधि से सिंचाई करने पर पेड़ पौधे को शत-प्रतिशत तक जीवित रख सकते हैं।