तेजपत्ता की खेती कैसे करें?
जलवायु
तेजपत्ता की खेती मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, केरल समेत पूर्वी उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में की जाती है।
मिट्टी
मिट्टी का पीएच मान 6 से 8 के मध्य होना चाहिए। इसकी खेती सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है।
खेत की तैयारी
इसकी खेती से पहले खेत को अच्छी तरह से तैयार कर लेना चाहिए। इसके पौधे को कलम के द्वारा उगाया जाता है। पौधे की रोपाई करते समय पौधे से पौधे की दूरी 4 से 6 मीटर रखनी चाहिए।
सरकारी अनुदान
तेजपत्ता की खेती करने वाले किसानों को सरकार राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड की ओर से अनुदान भी देती है।
उपज
तेजपत्ता एक बागानी फसल है। इसके पौधे को एक बार लगाने के बाद कई सालों तक पैदावार ले सकते हैं।
तेजपत्ते की डिमांड बाजार में हमेशा रहती है। तेजपत्ता की एक हेक्टेयर फसल से आप 5 लाख से 10 लाख रुपए तक कमा सकते हैं।
कमाई